आज का हिन्दू पंचांग Panchang 07 12 2022

🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞


⛅दिनांक – 07 दिसम्बर 2022
⛅दिन – बुधवार
⛅विक्रम संवत् – 2079
⛅शक संवत् – 1944
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमंत
⛅मास – मार्गशीर्ष
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – चतुर्दशी सुबह 08:01 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
⛅नक्षत्र – कृतिका सुबह 10:25 तक तत्पश्चात रोहिणी
⛅योग – सिद्ध रात्रि 02:55 तक तत्पश्चात साध्य
⛅राहु काल – दोपहर 12:31 से 01:52 तक
⛅सूर्योदय – 07:06
⛅सूर्यास्त – 05:54
⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:22 से 06:15 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:05 से 12:58 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – भगवान दत्तात्रेय जयंती

⛅विशेष – चतुर्दशी और पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

🌹 धन-सम्पदा प्रदायिनी एवं दरिद्रतानाशक तुलसी 🌹


🔹ईशान कोण में तुलसी का पौधा लगाने तथा पूजा के स्थान में गंगाजल रखने से बरकत होती है ।

🔹तुलसी को रोज जल चढ़ाने तथा गाय के घी का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है ।

🔹जो दरिद्रता मिटाना व सुख-सम्पदा पाना चाहता है, उसे तुलसी पूजन दिवस के अवसर पर शुद्ध भाव व भक्ति से तुलसी के पौधे की 108 परिक्रमा करनी चाहिए । -पूज्य बापूजी

🔹1. श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वृन्दावन्यै स्वाहा । इस दशाक्षर मंत्र के द्वारा विधिसहित तुलसी का पूजन करने से मनुष्य को समस्त सिद्धि प्राप्त होती है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण प्र. खं. 22.10.11)

🔹2. जिस घर में तुलसी का पौधा हो उस घर में दरिद्रता नहीं रहती । जहाँ तुलसी विराजमान होती हैं, वहाँ दुःख, भय और रोग नहीं ठहरते । (पद्म पुराण, उत्तर खण्ड)

🔹3. सोमवती अमावस्या को तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है । (हिन्दुओं के रीति रिवाज तथा मान्यताएँ)

🔹शीत ऋतु में आरोग्यवर्धक तुलसी पेय🔹


🔹सामग्री : ५ ग्राम सूखे तुलसी- पत्तों का चूर्ण या २५ ग्राम ताजे तुलसी पत्ते, १.५ ग्राम सोंठ – चूर्ण या ५ ग्राम ताजा अदरक, १.५ ग्राम अजवायन, ०.५ ग्राम काली मिर्च, १.५ ग्राम हल्दी चूर्ण ।

🔹विधि : १ लीटर पानी में उपरोक्त सभी चीजें अच्छी तरह उबालें । ८-१० व्यक्तियों के लिए यह पर्याप्त है। यह आरोग्यप्रदायक सात्त्विक पेय सर्दियों में चाय का बेहतर विकल्प है । यह सर्दी-जुकाम एवं बुखार में बहुत लाभकारी है ।

आप यह पेय बनायें अथवा आश्रमों एवं समितियों के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध १४ गुणकारी औषधियों के संयोग से बनी ‘ओजस्वी चाय’ का लाभ लें ।
📖 लोक कल्याण सेतु – दिसम्बर 2014