🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞
⛅दिनांक – 13 दिसम्बर 2022
⛅दिन – मंगलवार
⛅विक्रम संवत् – 2079
⛅शक संवत् – 1944
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमंत
⛅मास – पौष (गुजरात, महाराष्ट्र में मार्गशीर्ष)
⛅पक्ष – कृष्ण
⛅तिथि – पंचमी रात्रि 09:21 तक तत्पश्चात षष्ठी
⛅नक्षत्र – अश्लेषा रात्रि 02:33 तक तत्पश्चात मघा
⛅योग – वैधृति 14 दिसम्बर सुबह 06:55 तक तत्पश्चात विष्कम्भ
⛅राहु काल – अपराह्न 03:15 से 04:35 तक
⛅सूर्योदय – 07:12
⛅सूर्यास्त – 05:56
⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:25 से 06:19 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:08 से 01:01 तक
⛅व्रत पर्व विवरण –
⛅विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹शास्त्रों में वर्णित तुलसी महिमा🔹
🔹अनेक व्रतकथाओं, धर्मकथाओं, पुराणों में तुलसी महिमा के अनेक आख्यान हैं । भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण की कोई भी पूजा विधि तुलसी दल के बिना परिपूर्ण नहीं मानी जाती ।
🔹जो दर्शन करने पर सारे पाप-समुदाय का नाश कर देती है, स्पर्श करने पर शरीर को पवित्र बनाती है, प्रणाम करने पर रोगों का निवारण करती है, जल से सींचने पर यमराज को भी भय पहुँचाती है, आरोपित करने पर भगवान श्रीकृष्ण के समीप ले जाती है और भगवान के चरणों में चढ़ाने पर मोक्षरूपी फल प्रदान करती है, उस तुलसी देवी को नमस्कार है । (पद्म पुराणः उ.खं. 56.22)
🔹तुलसी के निकट जो भी मंत्र-स्तोत्र आदि का जप-पाठ किया जाता है, वह सब अनंत गुना फल देने वाला होता है ।
🔹प्रेत, पिशाच, ब्रह्मराक्षस, भूत दैत्य आदि सब तुलसी के पौधे से दूर भागते हैं ।
🔹ब्रह्महत्या आदि पाप तथा पाप और खोटे विचार से उत्पन्न होने वाले रोग तुलसी के सामीप्य एवं सेवन से नष्ट हो जाते हैं ।
🔹श्राद्ध और यज्ञ आदि कार्यों में तुलसी का एक पत्ता भी महान पुण्य देने वाला है ।
🔹तुलसी के नाम-उच्चारण से मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते हैं तथा अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है ।
🔹तुलसी ग्रहण करके मनुष्य पातकों से मुक्त हो जाता है ।
🔸 मांगलिक दोष मिटाने का शक्तिशाली उपाय
🔸 मंगल के ग्रह के कारण कन्या या लड़के का शादी नहीं हो रहा है तो रोज ‘अं रां अं’ मंन्त्र एक माला जपे और 27 मंगल हनुमानजी को सिंदूर का चोला चढाएं । इससे मंगल का ग्रह शांत हो जायेगा और विवाह का कार्यक्रम हो सकता है ।
– पूज्य बापूजी Gorakhpur 19th April 2012
🔸घर में शांति आने का अद्भुत चमत्कार🔸
🔸शुद्ध घी या तिल के तेल का दीपक जलाकर गहरा श्वास ले के रोकें फिर ‘ॐ तं नमामि हरिं परम् ।’ मंत्र बोले । ऐसा १५ – २० मिनट नियत समय, नियत स्थान पर कुटुम्ब के सभी लोग करें । ३ – ४ दिन में अद्भुत चमत्कार होगा, घर में शांति होगी ।
– 📖 ऋषि प्रसाद – जनवरी २०१९